गांधीजी से जुड़ी पिछली पहेली का उत्तर है ' Waiting of Mahatma' के लेखक हैं - मशहूर लेखक श्री आर. के. नारायणन.
हिमाचल प्रवास के कारण इस पोस्ट पर विशेष ध्यान न दे पाया था, इसलिए इसे अगले सप्ताह के लिए भी जारी रख रहा हूँ.
देश की मिटटी में बिखरे लोक गीतों के संकलन में अपना जीवन होम कर देने वाली एक महानतम हस्ती के कार्यों को प्रोत्साहन देते हुए गाँधी जी ने कहा था - राष्ट्रीय एकता के लिए किये जा रहे हमारे कार्यों से आप कोई अलग काम नहीं कर रहे, बस इसे एक अलग ढंग से कर रहे हैं. "
प्रश्न यह है कि गांधीजी ने उक्त पंक्तियाँ किनके सन्दर्भ में कही थीं -
(i) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, (ii) गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर, (iii) देवेन्द्र सत्यार्थी, (iv) रामधारी सिंह दिनकर
उत्तर अगले रविवार सुबह 9 :00 पर अगले प्रश्न के साथ.
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
ReplyDeleteअभिषेक जी नमस्ते ...कैसे है आप !
ReplyDeleteमुझे लगता है भी लगता है की द्विवेदी जी होने चाहिए...
दिनकर जी को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन ....
देवेन्द्र सत्यार्थी क्या ?
ReplyDeleteसही उत्तर तो मुझे नहीं मालूम किन्तु, चूँकि बात 'बिखरे लोकगीतों के संकलन' की है इसलिए मुझे श्री देवेन्द्र सत्यार्थी सही उत्तर लग रहा है क्योंकि सत्यार्थीजी घुमक्कड थे और 'बिखरे लोकगीतों' का संकलन कोई घुमक्कड ही कर सकता है।
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