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Sunday, February 27, 2011

गाँधी पहेली 4

गाँधी  पहेली 3 का सही  जवाब  है, 9 फरवरी, 1905 जबकि  गांधीजी  द. अफ्रीका  से  अपना प्रवास संपन्न  कर  वापस भारत लौटे थे. इसी  स्मृति  में  भारत  सरकार  द्वारा  भी 'प्रवासी  भारतीय सम्मलेन' 7-9 जनवरी  तक  मनाया  जाता  है.
इस  पहेली श्रंखला  का अगला  प्रश्न  है -

 "गांधीजी को 'महात्मा' की उपमा किन्होने  दी ?"
1. सुभाष चन्द्र बोस, 2. रविंद्रनाथ टैगोर, 3. जवाहर लाल नेहरु, 4. सरदार बल्लभ भाई पटेल.

उत्तर अगले रविवार सुबह  10 AM पर अगले प्रश्न के साथ.


Sunday, February 20, 2011

Gandhi Paheli Shrinkhala 3 (Bina sahi javab ke 2nd Paheli !)

Gandhi ji par aadharit is paheli shrinkhala mein aapki bhagidari ka
dhanyavad. Internet network ki asuvidha ki vajah se mobile se hi post
karne ko vivash hun, aasha hai sahayog denge.
Afsos hai ki is baar sahi jawab kisi ka nahin raha !
Shakahar par aadharit jis pustak ne Gandhi ji ko sarvadhik prabhavit
kiya tha, vo thi 'Salt' ki ' Plea for Vejeterianijm'.
'Unto the Last' ne Gandhiji mein Trustiship aur Sahkarita ki bhavana
ko viksit karne mein yogdaan diya tha.
Is shrinkhala ka agla prashn hai - ''Dakshin Africa mein raajneetik
rup se ek naye sanche mein dhal chuke Gandhiji apna pravas sanpann kar
vapas Bharat kab laute ?
1. 9/01/1915, 2. 26/01/1915, 3. 30/01/1915, 4. 23/01/1915
Uttar sada ki bhanti agle ravivar subah 10 AM par.

Sunday, February 13, 2011

गाँधी पहेली 2

गांधीजी पर आधारित पहेली श्रंखला के प्रथम अंक में उत्साहपूर्वक भाग ले प्रोत्साहित करने का धन्यवाद.

इंटरनेट की असुविधा की वजह से विस्तार से पहेली का उत्तर नहीं दे पा रहा हूँ. पहेली का सही उत्तर है - 'उत्तमचंद गाँधी'; जो कि पोरबंदर के दीवान भी रह चुके थे.

सभी विजेताओं को बधाई तथा प्रतिभागियों का धन्यवाद.

इस श्रंखला का अगला प्रश्न है -

शाकाहार पर आधारित किस पुस्तक ने गांधीजी को सर्वाधिक प्रभावित किया था ?
(i) साल्ट की ' प्ली फॉर वेजिटेरियनिज्म '

(ii) किन्ग्स्फोर्ट की 'द परफेक्ट वे इन डाइट'

(iii) विलियम की 'द एथिक्स ऑफ डाइट' 
(iv) जौन रस्किन की 'अन्टू दी लास्ट'

उत्तर अगले रविवार, अगले प्रश्न के साथ सुबह दस बजे. 

Sunday, February 6, 2011

रविवारीय गाँधी पहेली (1)



पहेली श्रृंखला - गांधीजी को जानने के लिए.

हम लोगों के पास गांधीजी के विचारों से सहमत या असहमत होने के लिए अपने-अपने तर्क हैं, मगर दोनों ही स्थिति में जरुरी है कि हम गांधीजी को जानते कितना हैं !
यह पहेली श्रृंखला गांधीजी को जानने की दिशा में मेरी ओर से एक और छोटा सा प्रयास है. इसका कोई विशेष फॉर्मेट अभी  तय नहीं है. प्रश्न वैकल्पिक उत्तर या इनके बिना भी पूछे जायेंगे.
उत्तर आप कहीं से भी खोज कर लायें, मुझे कोई ऐतराज नहीं है, मेरा उद्देश्य तो मात्र इस बहाने गांधीजी के प्रति थोड़ी और जिज्ञासा जगाना ही है.
उत्तर समय पर दे दिए जाने का प्रयास करूँगा, मगर विजेताओं जैसी किसी पहल का अभी कोई स्वरुप तय नहीं किया है. श्रंखला के आगे बढ़ने और आपके सुझावों के साथ सुधार किये जाते रहेंगे. अभी तो सिर्फ इतना ही  कह सकता हूँ कि हर रविवार को सुबह 10 बजे तक एक पहेली आपका इंतजार करती  हुई मिलेगी.
तो आपका स्वागत है इस नई पहेली श्रंखला में.
इस पहेली श्रृंखला में पहला प्रश्न है कि  -

गाँधी परिवार के उन सदस्य का नाम क्या था, जिन्होंने एक बार जूनागढ़ के नवाब को बाएं हाथ से सलामी दी थी, और इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा था कि  - "दायाँ हाथ पहले ही पोरबंदर के लिए समर्पित हो चूका है. "

इस बार 4 विकल्प मौजूद हैं- (i) करमचंद गाँधी, (ii) मगनलाल गाँधी, (iii)लक्ष्मीदास गाँधी (iv) उत्तमचंद गाँधी. 
उत्तर अगले रविवार को नए प्रश्न के साथ. 
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